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Wednesday, June 23, 2010

क्या करूँ ?

क्या करूँ के जब कोई प्यार भरा
गीत सुनती हूँ तो तुम याद आते हो ,

क्या करूँ के जब में आइने के सामने
सवरती हूँ तो तुम याद आते हो ,

क्या करूँ के जब ठंडी हवा का झोंका
मुझे छु कर जाता है तो तुम याद आते हो ,

क्या करूँ के जब बारिश की बुँदे मेरे तन
को भिगाती है तो तुम याद आते हो ,

क्या करूँ के जब संध्या की बेला रात के
आगोश में समाती है तो तुम याद आते हो ,

क्या करूँ के दिल की हर धड़कन
के साथ तुम याद आते हो ...........

क्या करूँ ?

रेवा

2 comments:

  1. क्या करूँ के दिल की हर धरकन
    के साथ तुम याद आते हो ...........
    Bahut tanhaa mahsoos hota hai aise samay!

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