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Tuesday, December 18, 2012

क्या यही वो आजाद धरती है ?

आज अख़बार मे
फिर एक खबर छपी
फिर इनसानियत शर्मसार हुई ,
फिर हंगामा हुआ
देश भर मे ,
फेसबुक की हैडलाइन बनी
लोगो ने खूब बुरा भला कहा ,
पर वही
होगा कुछ नहीं ,
न ठोस क़ानून बनेगा
न कोई एक्शन होगा ,
कुछ दिन बाद
ये फिर
कल की बात हो जाएगी ,
हम भी
जिसमे मैं भी शामिल हूँ
लिख कर अपना गुस्सा
जाहिर कर लेंगे
पर होगा क्या ?
कुछ नहीं ,
हर माँ के दिल मे एक डर
जब उसकी बेटी
घर के बहार जाएगी ,
कब तक हम ऐसे जियेंगे ,
क्या यही वो आजाद धरती है
जिसके लिए
शहीदों ने क़ुरबानी दी थी ?


रेवा





5 comments:

  1. पाकिस्तान की बेटी की सलामती की दुआ करने वालों
    हिन्दुस्तान की बेटी की मौत के लिए प्रार्थना करो
    ........ बोलो आमीन ........ बोलो एवमस्तु ........

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  2. क्या यही वो आज़ाद धरती है
    जिसके लिए
    शहीदों ने कुर्बानी दी थी ?


    लच्चर शासन व्यवस्था से अपराधी और भ्रष्टाचारी बेखौफ़ हैं
    और आम जनता को हर कहीं हानि उठानी पड़ रही है ...
    इस देश की व्यवस्था में परिवर्तन की सख़्त आवश्यकता है ...

    आपका आक्रोश , गुस्सा और आपकी चिंता बहुत जायज है
    आदरणीया रेवा जी !
    आज हर भारतीय स्वयं को असुरक्षित अनुभव कर रहा है ।

    अच्छे काव्य-प्रयास के लिए आभार एवं बधाई !

    शुभकामनाओं सहित…

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  3. हमने ठलुवे व छीछालेदार नेतीयों को चुनकर शहीदों की कुर्बानियों को और स्वतन्त्रता को बेच दिया है रेवा दी. :(

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  4. रेवा जी...मार्मिक और सटीक भावाभिव्यक्ति !
    ये हमारा दुर्भाग्य है सभी घटनाओं की तरह इसे भी भुला देते हैं जिसके चलते शासन व्यवस्था और कमज़ोर होती जाती है और ऐसे तुच्छ मानसिकता वाले अपराधियों का मनोबल बढता चला जाता है !

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  5. dard ka asar ho raha hi... wo din dur nahi jab desh ki betiyon ko nahi rahega dar....

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