Pages

Saturday, January 5, 2013

अभी बाकी है

साँस तो रही नहीं
पर आस अभी भी बाकी है ,
शायद सुधर जाये हालात
ये विश्वाश अभी बाकी है ,
मानवता न हो दागदार
ये एहसास अभी बाकी है,
प्यार से भरा हो संसार
ये ख्वाइश अभी बाकी है /

रेवा 

11 comments:

  1. काश की ये ख्वाइश पूरी हो ...
    बहुत सार्थक .. बहुत उतम रचना। :)

    recent poem : मायने बदल गऐ

    ReplyDelete
  2. नयी उम्मीदों के साथ नववर्ष की शुभकामनाएँ

    ReplyDelete
  3. सरल सहज शब्दों में गहन अर्थों को समेटती एक खूबसूरत रचना....आभार !!

    ReplyDelete
  4. उम्मीद पर दुनिया कायम है .... !!
    जब तक सांस तब तक आस बाकी है !!
    शुभकामनायें !!

    ReplyDelete
  5. Aas saan se pahle khatm ho to behtar hota hai...shayad!

    ReplyDelete
  6. मेरी दुआ है ......... वही हो जो हम सब चाहते हैं

    ReplyDelete
  7. एक आस बची रहें ...वही बहुत है :)

    ReplyDelete
  8. होंगी सभी ख्वाहिशें पूरी.....
    पर सफल हो जाए मेहनत
    ऐसा प्रयास अभी बाकी है...

    सस्नेह
    अनु

    ReplyDelete
  9. रेवा जी...बहुत सुन्दर संदेश देती कवि‍ता ! हृदयस्पर्शी भावाभिव्यक्ति !
    काश हर किसी की सोच ऐसी ही होती....

    ReplyDelete
  10. अब कोई गलत घटना ना हो..
    प्यार से भरा संसार हो.
    सुन्दर कामना .....
    नव वर्ष की शुभकामनाएँ....
    :-) :-) :-)

    ReplyDelete
  11. हर रोज़ मेरी ये ही दुआ है
    हमारी ये ख्वाइश हो जाये पूरी
    उतम उतम उतम , उतम
    पंक्तिया दीदी
    और और आपको बहुत बहुत सुभकामनाये की आपकी ये आरजू जल्दी पूरी हो जाये

    ReplyDelete