टूटा विश्वाश
आज शब्द और सोच
दोनों ने जवाब दे दिया ,
जब दोस्त ने दोस्ती को
शर्मसार कर दिया……
टूट गया विश्वाश
मिट गयी हर आस ,
पर समझ फिर भी नहीं
आता कैसे तोड़ दूँ
वो बंधन वो प्यार ,
न आँसू है आँखों मे
न चैन ओ सुकून है
दिल मे ,
बस एक ही सवाल है
इस मन मे
क्यों हर बार ऐसा होता है
मेरे जीवन मे ?
रेवा
रेवा जी.....भावपूर्ण सुंदर अभिव्यक्ति ।।
ReplyDeleteshukriya kamlesh ji
Deleteओहह
ReplyDeleteओहह
ReplyDeletebahut maarmik
ReplyDeleteआस्था और ज्ञान !
newpost कहानी -विजयी सैनिक
भावपूर्ण .....मगर जटिल प्रश्न
ReplyDeleteshukriya mohan sethi ji
Deleteकुछ सवालों के जवाब कभी नहीं मिलते ..... अगर मिल जाए तो न मिलने से जदा दुख होता हैं।
ReplyDeletehttp://savanxxx.blogspot.in
shukriya sawan kumar ji
Deleteसटीक बात कही है बहुत ही गहरे जज्बात है इस कविता में एक एक पंक्ति सच्चाई उगल रही है ....!!
ReplyDeleteshukriya sanjay
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