Pages

Saturday, February 8, 2020

अमन


ऊँचे उड़ान भरते 
पंछियों को
देखा होगा न तुमने
इनका मज़हब जानते हो
क्या है

दाना चुगना
अपने और अपने बच्चों के लिए
घोंसला बनाना और
आसमान में उड़ान भरना
ये खुद भी शांति से रहते हैं
और अपने साथियों को भी
शांति से रहने देते है

पर
हम ये जानते हैं कि हम में से
किसी का मज़हब इतनी शांति की
इजाज़त नहीं देता हमे
इजाज़त है तो बस मार, काट,
दंगा फसाद की

जानते हो, हम सब इन
पंछियों से भी गये गुजरे हैं

उठो साबित करो हम में इंसानियत
अभी शेष है
भरो अपनी कलम में शांति की स्याही
और लिख दो देश के सीने में अमन


#रेवा

No comments:

Post a Comment