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Friday, July 30, 2010

कुछ दिल की बात

१. ना आँखों मे कोई ख्वाब है ना धडकनों में कोई गीत
ज़िन्दगी ऐसे जी रहे हैं हम जैसे साज़ बिना संगीत

२. वादा है तुमसे कभी कुछ न छुपायेंगे,
पर अपने मुहँ से कभी कुछ न बताएंगे
पढ़ सको तो पढ़ लो मेरे दिल को
वरना हम यूँही दर्द मे डूबते चले जाएँगे.........

रेवा

3 comments:

  1. काफी सुन्दर शब्दों का प्रयोग किया है आपने अपनी कविताओ में सुन्दर अति सुन्दर

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  2. २. वादा है तुमसे कभी कुछ न छुपायेंगे,
    पर अपने मुहँ से कभी कुछ न बताएंगे
    पढ़ सको तो पढ़ लो मेरे दिल को
    वरना हम यूँही दर्द मे डूबते चले जाएँगे.........
    Behad khoobsoorat alfaaz aur bhaav!

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  3. aapaki rachanayem bahut hi achchi aur dil ko chune vaali haim. is kram ko jaari rakhem aur agar samay mile to www.samaydarpan.com par click karem. apni rachnaayen agar samaydarpan ke liye bhi aap bhejengi to hamen achcha lagega.

    dhanyavaad

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