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Tuesday, February 14, 2012

उदास हंसी

थकन सी महसूस 
हो रही है आज ,
कहीं कुछ टूट 
गया है ?
दिल की दीवारें 
चटक गयी है शायद ,
एहसासों के पंख 
चूर चूर हो गए हैं ,
मन ख़ाली हो 
गया है ,
आँखों की नमी 
रही नहीं अब ,
हंसी भी उदास 
हो गयी है ,
जैसे सब शोक
मना रहे हों 
मेरे अरमानो के 
टूट जाने का ............

रेवा 



4 comments:

  1. कोमल भावो की अभिवयक्ति......

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  2. क्यूँ उदास सी हैं ये जिंदगी ?????

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  3. दिल की गहराईयों से निकलीं....बेहद सुन्दर भावनायें !!
    शुभकामनायें !!

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