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Thursday, September 13, 2012

किसे दोष दें

आजकल रिश्तों के मायने इतने क्यों बदल गए हैं ?
जिन भाई बहनों के साथ हम पल कर बड़े हुए ,
जिनके साथ बचपन में हर कुछ बाँट कर खाया ,हर दुःख सुख मे साथ रहे ,
उनमें बड़े हो कर तो और समझदारी आ जानी  चाहिए ,
पर शादी के बाद ,अपनी - अपनी जिम्मेदारी मे इतने व्यस्त हो 
जाते हैं की , अपने माँ बाप , भाई बहनों के लिए ही समय नहीं होता ,
कभी मीटिंग्स के बहाने, कभी पैसे की प्रॉब्लम बता कर 
कैसे बच निकलने की कोशिश कर सकते हैं ?
इन चीजों के लिए किसे दोष दिया जाये , आजकल के माहौल को ,
या मानसिकता ही बदल गयी है लोगों की ,
बचपन के प्यार और साथ को भूल कर 
बेगानों जैसा बर्ताव कैसे कर सकते हैं ?

रेवा 



17 comments:

  1. माहौल से उत्पन्न मानसिकता से ग्रसित कमजोर इंसान होते हैं ....
    जिनमें रिश्ते निभाने की दृढ़ता हो ,वे हर हाल में निभाते हैं ....

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  2. सही कहा आपने दूरियां बढती जा रही है और रिश्ते सिमटते जा रहे हैं

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  3. आजकल दीदी generation गप आ गया है कोई भी किसी के लिए वक़्त नहीं निकल सकता
    यहां समाज के लिये,अपने रिश्तेदारों-दोस्तों के लिये हमारी ज़िम्मेदरी है कि हम उनके अच्छे बुरे हर वक़्त मे साथ दें,लोगों को मान-सम्मान देने का पैमाना उनकी दौलत नहीं उनका व्यवहार और किरदार हो

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  4. भोगवादी संस्कृति बढ़ रही है ...
    रिश्तों के मायने खत्म हो रहे हैं ...

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  5. वर्तमान परिद्रश्य में रिश्तों की वास्तविकता को दिखाती सार्थक शब्द रचना !

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  6. बहुत अच्छे से एक बहुत अच्छे से विषय को छुआ है तुम ने बहुत खूब

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  7. आज.... ढूँढते रह जाओगे
    आपसी स्नेह संयुक्त परिवार में ही पलता-बढ़ता है
    वो आज-कल कहीं-कहीं ही नजर आता है

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  8. सच कहा है बिलकुल.....
    वो जिनके बिना एक पल न गुज़रता था जाने कब कैसे दूर होते चले जाते हैं.....
    शायद प्राथमिकताएं बदल जाती हैं...
    सस्नेह
    अनु

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  9. वक़्त के साथ सब बदल जाता है रिश्ते भी ...

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  10. पता नहीं कहाँ जा रहे है हम कभी परिस्थिथियाँ ऐसी होती हैं की हम चाहकर भी अपनों के पास नहीं रह पाते तो कभी आसपास के वातवर्ण का माहौल जिम्मेदार होता है हमें ऐसा बना देने के लिए...

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  11. sab samay ki mahima hai ..............wakt kya badla pane badal jate hai ..........behtreen prastuti*******

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  12. अगर रिश्ते बदल रहे हैं तो उस से भी जल्दी हमारी खुद की सोच भी बदल रही हैं >>>

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  13. समय बदल रहा है रिश्ते बदल रहे है

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  14. aap sabka bahut bahut shukriya.....is bare may sabki rai janne ka mauka mila

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  15. shayad waqt ki kami hi vajah ho...shayad..!!?? vasu

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  16. na dekh kisi aur ko ..pahle tol tarzu main khudi ko...insaan
    sab ek hi rang main hai range

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