Pages

Wednesday, July 3, 2013

पिया सदा निभाना मेरा साथ

कितना अलग हुआ आकाश 
मन मयूर बन डोले आज
मदहोश हुए मेरे ज़ज्बात
बांधू गीतों मे  इन को या
हवा में बहने दूँ एहसास ,
ख्वाबों ने दे दी है दस्तक
जाने क्या हो जाएगा अब
बिना बात मुस्कुराने कि
होगी अब तो शुरूआत
या भीग़ जाएँगी पलकें
कर तुझे यूं ही याद ,
या सूख जाएगी ये धरती 
बिन बादल और बिन बरसात ,
पर जैसे भी हो मेरे जज्बात 
एक बात तुझे कहनी है आज 

"पिया सदा निभाना मेरा साथ "


रेवा











6 comments:

  1. ईश्वर हर मनोकामना पूरी करे

    ReplyDelete
  2. kya baat he.............wow

    ReplyDelete
  3. एक इच्छा -पिया सदा निभाना साथ मेरा !
    एक भावना - बिना बात मुस्कुराने कि , होगी अब तो शुरूआत !
    एक भावुकता - या भीग जायेंगी पलकें, कर तुझे यूं ही याद !
    सभी को अच्छा समावेश !

    ReplyDelete
  4. बहुत सुन्दर! शुभ मनोकामनाएं।

    ReplyDelete
  5. प्रेम से सराबोर इस रचना कों कई बार पढ़ गया |
    मैं खुद भी सिर्फ प्रेम पर ब्लॉग लिखता हूँ |
    "तू मेरी जिंदगी हैं "...नामक पोस्ट पर मैं आपको आमंत्रित करता हूँ |
    drakyadav.blogspot.in
    -डॉ अजय

    ReplyDelete