प्यार शब्द खुद मे इतना प्यारा है की इसे किसी परिभाषा की ज़रूरत नहीं ……ये एक एहसास है जो बस महसूस किया जा सकता है,पर इसके साथ ये भी सच है की प्यार की बड़ी बड़ी बातें सभी लोग कर लेते है……पर सच्चा प्यार बहुत कम लोगों के नसीब मे होता है……ये भी माना के प्यार दर्द भी देता है पर अगर ये सच्चा है तो संतुष्टि भी देता है…ऐसा प्यार हमे प्रभु के और करीब ले जाता है …ये मेरी भावनाएं और एहसास , इन्हीं को शब्द देने की कोशिश है मेरी …....
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Saturday, June 29, 2013
न मौत है न ज़िन्दगी
न कोई ख्वाइश है
न ख्वाब
न कोई जुस्तजू है
न आरज़ू ,
न इल्तेज़ा है
न फ़रमाइश
न दुआ है
न मन्नत ,
न दौलत है
न शौहरत
न प्यार है
न विसाले यार,
हवा ने ऐसा रुख मोड़ा कि
न मौत है
न ज़िन्दगी /
Excellent and true feelings.
ReplyDeleteRevaji,
ReplyDeleteYou write very well.
Vinnie
Very well written.
ReplyDeletebahut sundar...
ReplyDeleteसुंदर शब्दों से सुंदर प्रस्तुति
ReplyDeleteजब कुछ नहीं है तो बस खुदा है .... बहुत खूबसूरत ख़यालात |
ReplyDeletehaawa ne aisa rukh moda....bahut khoob
ReplyDeletetouching..
hawavon ne kuch aisa rukh moda ,bahut sundar
ReplyDeleteबहुत सुन्दर...
ReplyDeletewaah ...
ReplyDeleteवाह! बहुत खूब कही! गहन आत्म-मन्थन.
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