प्यार शब्द खुद मे इतना प्यारा है की इसे किसी परिभाषा की ज़रूरत नहीं ……ये एक एहसास है जो बस महसूस किया जा सकता है,पर इसके साथ ये भी सच है की प्यार की बड़ी बड़ी बातें सभी लोग कर लेते है……पर सच्चा प्यार बहुत कम लोगों के नसीब मे होता है……ये भी माना के प्यार दर्द भी देता है पर अगर ये सच्चा है तो संतुष्टि भी देता है…ऐसा प्यार हमे प्रभु के और करीब ले जाता है …ये मेरी भावनाएं और एहसास , इन्हीं को शब्द देने की कोशिश है मेरी …....
वाहः सुंदर
ReplyDeleteख़ूबसूरत रचना ! आदरणीय सुन्दर आभार। "एकलव्य"
ReplyDeleteमायका .....
ReplyDeleteबहुत सुन्दर
ससुराल और मायका स्त्री जीवन में विशेष महत्व रखते हैं दोनों के बीच एक पुल का काम स्त्री ही तो करता है। बहुत सुंदर रचना।
ReplyDeleteकृपया करता को करती पढ़ें।
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