मेरे बच्चे .....
तुम नौजवान हो गए हो अब तो ... पर हरकत अब भी बचपन वाली करते हो।
हर बार तुम गर्मी की छुट्टियों में कॉलेज से घर आते हो , तो घर भरा भरा सा लगता है, लगता है मेरा घर पूरा हो गया ....हम सब मिल कर घूमते हैं, खाते हैं शौपिंग करते हैं, खूब सारी बातें करते हैं...बहुत सारे ज़रुरी पड़े हुए घर के काम भी करते हैं। तुम्हारी खूब खिचाई भी करते हैं
और इन सब के साथ साथ ही हर बार तुम्हें ढेर सारी डांट का भी सामना करना पड़ता है।
वैसे मैं मानती हूँ की तुम बहुत समझदार हो गए हो !
पर फिर भी मैं समझाती हूँ ...टोकती भी हूँ .....और डांटती भी हूँ, चाहे तुम सिर्फ कुछ दिन ही हमारे पास आते हो ....
वो इसलिए की हम तुम्हें एक काबिल इन्सान बनता हुआ देखना चाहते हैं ....जानती हूँ डांट सुनकर तुम्हें बहुत गुस्सा आता है। बोलते भी हो की "सब ठीक करता तो हूँ फिर भी डांट " उफ्फ्फ
गुस्से में तुम थोड़े चुप से भी हो जाते हो ....... पर ये मुझे बर्दाश्त है क्योंकि मैं तुम मे जो कमियाँ देखती हूँ और बोलती हूँ वो कोई और नहीं बोल सकता और यही सारी बातें तुम्हें ज़िन्दगी में आगे जाने में मदद करेंगी .... अगर इन सब बातों से तुम्हारा भविष्य निर्माण होता है , तो पूरी उम्र मैं ये करने को तैयार हूँ।
तुम्हारे जाने के बाद घर खाली सा हो जाता है .....रसोई में भी बर्तन झगड़ना कम कर देते हैं, घर भी आवाज़ नहीं करता चुप हो जाता है ...मम्मी मम्मी कर के मेरा सर अब कोई नहीं खाता ....खाने की फरमाइश नहीं होती।
कुछ और भी है जो तुम्हें बताना चाहती हूँ। तुम्हारे जाने के बाद .....तुम्हारे दादाजी थोड़े और बूढ़े हो जाते हैं ..... पापा कई दिनों तक चुप रहते हैं वो दिखा नहीं पाते अपनी तकलीफ़..... बस तुम्हारे कमरे के चक्कर लगाते रहते हैं। तुम्हारी छोटी बहन kool दिखने की कोशिश करती है पर तुम्हारे जाते ही बच्ची से बड़ी और जिम्मेदार हो जाती है।
जब तुम चले जाते हो तो कुछ दिन तक मैं तुम्हारी ओढ़ी हुई चद्दर अपने पास रखती हूँ ....जिससे मुझे तुम मेरे ही पास महसूस होते हो।
अंत में बस इतना कहना चाहती हूँ ....तुम जहाँ रहो खुश रहो ...स्वस्थ रहो और अच्छे इन्सान बनो।
#रेवा
#बेटा
#रेवा
#बेटा
माँ की ममता का सजीव चित्रण .....
ReplyDeleteशुक्रिया संजय जी
DeleteEysa lag Raha hey live dekh Rahi hu😘😘😘
ReplyDeletethank u didi
Deleteआपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल बुधवार (08-08-2018) को "सावन का सुहाना मौसम" (चर्चा अंक-3057) पर भी होगी।
ReplyDelete--
चर्चा मंच पर पूरी पोस्ट नहीं दी जाती है बल्कि आपकी पोस्ट का लिंक या लिंक के साथ पोस्ट का महत्वपूर्ण अंश दिया जाता है।
जिससे कि पाठक उत्सुकता के साथ आपके ब्लॉग पर आपकी पूरी पोस्ट पढ़ने के लिए जाये।
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हार्दिक शुभकामनाओं के साथ।
सादर...!
राधा तिवारी
शुक्रिया Radha जी
Deleteबहुत सुंदर आदरणिया जी बस ये पत्र कॉपी पेस्ट कर आप से बगेर अनुमति लिये मेरे पुत्र के वाटसप पर भेजने की धृष्टता कर रहा हूँ , कृपया क्षमा करना ।।
ReplyDeleteआभार आपका , बिल्कुल भरज सकते हैं आप
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