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Saturday, June 20, 2009

मैं अधूरी हुं

तेरे बिना मैं अधूरी हुं

तेरे प्यार के बिना मैं अधूरी हुं
तेरे दुलार के बिना मैं अधूरी हुं

तेरे एहसास के बिना मैं अधूरी हुं
तेरे जज्बात के बिना मैं अधूरी हुं

तेरे बाँहो के बिना मैं अधूरी हुं
तेरी राहों के बिना मैं अधूरी हुं

तेरे साथ के बिना मैं अधूरी हुं
तेरे मुलाकात के बिना मैं अधूरी हुं

तेरी यादों के बिना मैं अधूरी हुं
तेरी बातों के बिना मैं अधूरी हुं

रेवा

1 comment:

  1. madam its really nice to say that you having nice blog , words shows the feeling that a poet have .
    :) nice blog

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