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Thursday, June 18, 2009

तुमसे मिली तो लगा



आँखों ने ख्वाब देखने छोड़ दिए थे
दिल ने प्यार पाने की आशा छोड़ दी थी
पर तुमसे मिली थो लगा
मै , मै हूँ
मैं भी किसी का प्यार बन सकती हूँ
टूट कर मुझे भी कोई चाह सकता है
किसी को मेरी भी परवाह है
किसी को मेरे दुःख मेरे आंसू से फरक पड़ता है
कोई है जो मेरे नैनों की भाषा समझ सकता है
कोई है जो उनमे डूब सकता है
करीब न होते हुए भी
हर पल मुझे अपने करीब महसूस कर सकता है

सच मे
तुमसे मिली तो लगा
अपनी ज़िन्दगी से मुलाकात हो गई !!

रेवा

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