जानते हो
प्रकृति कभी बूढ़ी
नहीं होती
झुर्रियां नहीं आती चेहरे पर
अंग बेकार या शिथिल नहीं
होते इसके
साल दर साल बीतते जाते हैं
पीढ़ियाँ बदलती जातीं हैं
पर वो वैसी ही रहती है
नहीं होती
झुर्रियां नहीं आती चेहरे पर
अंग बेकार या शिथिल नहीं
होते इसके
साल दर साल बीतते जाते हैं
पीढ़ियाँ बदलती जातीं हैं
पर वो वैसी ही रहती है
लेकिन हम ठहरे मनुष्य
हमे दिमाग से नवाजा है
ख़ुदा ने
तो हर जगह दखलंदाज़ी
करना भी ज़रूरी है
हमने शुरू कर दी
प्रकृति से छेड़ छाड़
शुरू शुरू में तो एक आध
फोड़े फुंसी ही निकले
पर हमें समझ नहीं आया
हमे दिमाग से नवाजा है
ख़ुदा ने
तो हर जगह दखलंदाज़ी
करना भी ज़रूरी है
हमने शुरू कर दी
प्रकृति से छेड़ छाड़
शुरू शुरू में तो एक आध
फोड़े फुंसी ही निकले
पर हमें समझ नहीं आया
जिसका नतीजा ये निकला की
धीरे धीरे
प्रकृति सच में बूढ़ी होने लगी
उसके अंग बीमार हो गए
नदियों का पानी सूख ने लगा
पेड़ो की जगह
कंक्रीट नज़र आने लगे
हवा में कारख़ानों का ज़हर
घुलने लगा
खाद् कीटनाशक और
प्लास्टिक की वजह से
मिट्टी ज़हरीली होने लगी
कहीं नहीं छोड़ा हमने प्रकृति को
अब हाल ये है की
वो दिन दूर नहीं जब
प्रकृति जर्जर होकर सच में
मर जाएगी !!
धीरे धीरे
प्रकृति सच में बूढ़ी होने लगी
उसके अंग बीमार हो गए
नदियों का पानी सूख ने लगा
पेड़ो की जगह
कंक्रीट नज़र आने लगे
हवा में कारख़ानों का ज़हर
घुलने लगा
खाद् कीटनाशक और
प्लास्टिक की वजह से
मिट्टी ज़हरीली होने लगी
कहीं नहीं छोड़ा हमने प्रकृति को
अब हाल ये है की
वो दिन दूर नहीं जब
प्रकृति जर्जर होकर सच में
मर जाएगी !!
रेवा
आभार मयंक जी
ReplyDeleteआपकी इस पोस्ट को आज की बुलेटिन चौधरी दिगम्बर सिंह और ब्लॉग बुलेटिन में शामिल किया गया है। कृपया एक बार आकर हमारा मान ज़रूर बढ़ाएं,,, सादर .... आभार।।
ReplyDeleteशुक्रिया
Deleteवाह! विचारशील प्रभावशाली रचना। बधाई एवं शुभकामनाएं।
ReplyDeleteआभार
Deleteसही कहा
ReplyDeleteशुक्रिया
Deleteजय मां हाटेशवरी...
ReplyDeleteअनेक रचनाएं पढ़ी...
पर आप की रचना पसंद आयी...
हम चाहते हैं इसे अधिक से अधिक लोग पढ़ें...
इस लिये आप की रचना...
दिनांक 12/06/2018 को
पांच लिंकों का आनंद
पर लिंक की गयी है...
इस प्रस्तुति में आप भी सादर आमंत्रित है।
आभार
Deleteसच कहा है अगर ही छेड़ प्राकृति से होती रही तो वक दिन ख़ामियाज़ा इंसान को बहुत महँगा पड़ने वाला है ...
ReplyDeleteअच्छी रचना ...
शुक्रिया
Deleteवाह!!बहुत खूब !
ReplyDeleteशुक्रिया
Delete