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Thursday, August 25, 2016

शब्दों की तलाश


काफी दिनों से खुद
को टटोल रही हूँ ,
ढूंढ रहीं हूँ वो शब्द 
जिसे अपने 
एहसासो मे 
पिरो कर 
कविता बना सकूँ ,
ऐसी कविता 
जो मेरे रूह को 
सुकून दे ,
जिसे पढ़ कर 
मेरी आत्मा तृप्त 
हो जाये ,
पर हर बार 
कुछ कमी रह जाती है ,
और मैं फिर 
निकल पड़ती हूँ 
शब्दों की तलाश में !!

रेवा 


12 comments:

  1. कविता एहसास है

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  2. कविता एहसास है

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  3. शब्दों को बड़ी सुंदरता से पिरोया है। लाजवाब शब्द सृजन।

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  4. आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल शनिवार (27-08-2016) को "नाम कृष्ण का" (चर्चा अंक-2447) पर भी होगी।
    --
    हार्दिक शुभकामनाओं के साथ
    सादर...!
    डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'

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  5. ब्लॉग बुलेटिन की आज की बुलेटिन, "शब्दों का हेर फेर “ , मे आपकी पोस्ट को भी शामिल किया गया है ... सादर आभार !

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  6. बहुत खूब. यह तलाश तो अनवरत है.

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  7. बहुत खूबसूरती से पिरोया है शब्दों को ।

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