कभी चखा है
प्यार मे बहते
आँसुओं का स्वाद ?
जितने मीठे होते हैं
उतना ही भर देते हैं
प्यार से ,
कभी देखा है
प्यार से भरे
आँखों को ?
बला की ख़ूबसूरत
हो जाती हैं आँखें ,
जुबान की जरूरत
ही नहीं होती फिर ,
बस आँखें ही
बयां कर देतीं
है हाले दिल ,
शुक्रिया तुम्हारा
ए साथी ...
की तुमने मुझे
की तुमने मुझे
जीवन के इस रस से महरूम
नहीं होने दिया .........
नहीं होने दिया .........
"छलकने दो इन आँसुओं को
भरने दो नैनों के प्यालों को ,
क्यूंकि एक एक आंसू
मेरे प्यार की इन्तहा
को बयां करते हैं "
रेवा