जब आप बीमार थे
तो कभी सोचा न था
युँ चले जाओगे
और चले गए तो
आप इतना याद आओगे .......
तो कभी सोचा न था
युँ चले जाओगे
और चले गए तो
आप इतना याद आओगे .......
जब भी बचपन की कोई
भी बात कहीं भी होती है ,
जब भी घर आती हूँ
पापा आप बहुत याद आते हो.………
भी बात कहीं भी होती है ,
जब भी घर आती हूँ
पापा आप बहुत याद आते हो.………
मेरे हर पसंद न पसंद
का ख्याल
आप रखते थे ,
कोई मुझे देख अनुमान नहीं
लगा पाता था की
परेशां हूँ
पर आप झट चेहरा पढ़ लेते थे
पापा आप बहुत याद आते हो ......…
का ख्याल
आप रखते थे ,
कोई मुझे देख अनुमान नहीं
लगा पाता था की
परेशां हूँ
पर आप झट चेहरा पढ़ लेते थे
पापा आप बहुत याद आते हो ......…
कितना लाड़ और दुलारा दिया आपने
मम्मी को डांटा मेरे लिए
भइया को सजा वो भी मेरे लिए
कभी आपनेे हाँथ नहीं उठाया न
जोर से बोला मुझे
पापा आप बहुत याद आते हो .......
मम्मी को डांटा मेरे लिए
भइया को सजा वो भी मेरे लिए
कभी आपनेे हाँथ नहीं उठाया न
जोर से बोला मुझे
पापा आप बहुत याद आते हो .......
जब याद आते हो
तो आँखों के कोरों को
आंसुओं से भीगो लेती हूँ और
दिल की आह शब्दों
मे भर देती हूँ
तो आँखों के कोरों को
आंसुओं से भीगो लेती हूँ और
दिल की आह शब्दों
मे भर देती हूँ
पापा आप बहुत याद आते हो .....
रेवा
आपकी लिखी रचना "पांच लिंकों का आनन्द में" गुरुवार 24 सितम्बर 2015 को लिंक की जाएगी............... http://halchalwith5links.blogspot.in पर आप भी आइएगा ....धन्यवाद!
ReplyDeleteshukriya yashoda behen
Deleteमर्मस्पर्शी
ReplyDeleteशुक्रिया
Deletejnm data ko koun bhul paya hai ....marmsprshi rachna...
ReplyDeleteआपकी इस प्रस्तुति का लिंक 24-09-2015 को चर्चा मंच पर चर्चा - 2108 में दिया जाएगा
ReplyDeleteधन्यवाद
shukriya dilbag ji
Deleteमाँ पर बहुत कुछ लिखा और पढ़ा गया हैं लेकिन पिता पर बहुत कम ही लेखन हुआ हैं
ReplyDeleteपिता पर आपकी कविता पढ़ कर अच्छा लगा। कुछ युवा लेखकों ने इधर पिता पर कुछ अच्छी कविताएँ लिखी हैं।।।।।।।।।।।
अच्छी कविता ...... रेवा जी को बधाई
http://savanxxx.blogspot.in
savan kumar ji shukriya
Deleteहृदयस्पर्शी पंक्तियाँ...पिता का स्थान जीवन में कोई नहीं ले सकता।
ReplyDeleteशुक्रिया
Deleteअंतस को छूती बहुत मर्मस्पर्शी अभिव्यक्ति...बहुत भावपूर्ण
ReplyDeleteभावुक होने पर विवश कर देने वाली पंक्तियाँ हैं
ReplyDeleteशुक्रिया
Deleteभावुक होने पर विवश कर देने वाली पंक्तियाँ हैं
ReplyDeleteशुक्रिया
Deleteबहुत सुंदर
ReplyDeleteकसम से हमें अपने मरहुम वालिद साहब की याद
ReplyDeleteआगाई सुंदर लाइन
कसम से हमें अपने मरहुम वालिद साहब की याद
ReplyDeleteआगाई सुंदर लाइन
शुक्रिया
DeleteI 💘 you papa
ReplyDeleteशुक्रिया
DeleteI 💘 you papa
ReplyDeleteNice line i love you papa ji
ReplyDeleteBhut khoob ji.. meri b beti hai main chahta hoon wo bhi mujhe isi tarah pyar kre jise ap apne papa s krte ho, meri ye kavita usi ke liye hai Apne papa ko yaad rakhna. https://mystyalishshayri.blogspot.com/2017/10/blog-post.html?m=1 lz read kre
ReplyDeletetrue feeling
ReplyDeleteआप की इस कविता ने मेरी जिंदगी को कुछ नये शब्द दिये जो वयान नहीं कर सकता हूं अहसास कर सकता हूँ ।
ReplyDeleteI miss you dad😢😢😢😢
ReplyDeletePapa I love you so much bht yad aati h aapki 💔😭😭😭
ReplyDeleteI really miss you papa
ReplyDeleteआपकी ये लाइनें मेरी जिंदगी की कड़वी सच्चाई है बहुत याद आती है पापा आपकी
ReplyDeleteThank You and that i have a swell present: How Long Renovate House home remodeling near me
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