प्यार शब्द खुद मे इतना प्यारा है की इसे किसी परिभाषा की ज़रूरत नहीं ……ये एक एहसास है जो बस महसूस किया जा सकता है,पर इसके साथ ये भी सच है की प्यार की बड़ी बड़ी बातें सभी लोग कर लेते है……पर सच्चा प्यार बहुत कम लोगों के नसीब मे होता है……ये भी माना के प्यार दर्द भी देता है पर अगर ये सच्चा है तो संतुष्टि भी देता है…ऐसा प्यार हमे प्रभु के और करीब ले जाता है …ये मेरी भावनाएं और एहसास , इन्हीं को शब्द देने की कोशिश है मेरी …....
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Friday, April 24, 2015
Tuesday, April 7, 2015
गिद्ध
विश्वाश नोचा गया ,
ये नोच खसोट
करने वाला गिद्ध
और कोई नहीं
बल्कि प्यार नामक
शब्द का उपयोग
करने वाला इंसान है ,
हँसी ! आती है
प्यार का नगाड़ा
बड़े जोर से बजाते है
पर उनकी नज़र
रहती है सिर्फ
स्त्री की देह मे ,
"माटी से बना देह
मिल जाएगा माटी मे
उसे इतना मत नोचो की
अपनी ही देह से घृणा हो जाये"।
रेवा
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