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Sunday, January 2, 2022

खर्च



मैं जब रूठूं तो
मना लेना मुझे
मैं जब जीवन से
हार मानने लगूं
तो जिंदगी पर
फिर से भरोसा
दिला देना मुझे
मैं जब अपने से
परेशान हो कर
सबसे दूर हो जाऊं
तो पास बुला लेना मुझे
मैं जब तकलीफों से
त्रस्त हो आंसुओं में
भीगने लगूं
तो अपने साथ होने का
एहसास दिला देना मुझे

इतनी सारी फरमाइशों के साथ
एक गुजारिश और है तुम से
इस मिनी को जब भी
संभालने की बारी आए
तो बस कुछ प्यार और दुलार
से भरे लफ्ज़
खर्च कर देना उस पर।।
#रेवा
#मिनी

11 comments:

  1. बहुत ही सुंदर एहसास।
    नववर्ष की हार्दिक बधाई।
    सादर

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    1. बहुत शुक्रिया अनीता जी ....नव वर्ष मंगलमय हो

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  2. आपकी लिखी रचना  ब्लॉग "पांच लिंकों का आनन्द" मंगलवार 04 जनवरी 2022 को साझा की गयी है....
    पाँच लिंकों का आनन्द पर
    आप भी आइएगा....धन्यवाद!

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    Replies
    1. बहुत शुक्रिया यशोदा बहन .....जरूर

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  3. बस इस प्यार भरे अल्फाज की ही तो जरूरत होती है सबको...
    बहुत सुन्दर सृजन।
    वाह!!!

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  4. बहुत ही सुन्दर

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  5. काश ये एहसास जाग सके ,कुछ कहना न पड़े।
    भावों को खूबसूरत शब्द दिए ।

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  6. मैं जब रूठूं तो
    मना लेना मुझे
    मैं जब जीवन से
    हार मानने लगूं
    तो जिंदगी पर
    फिर से भरोसा
    दिला देना मुझे!
    काश कि ऐसा हो पाता!
    बहुत ही सुंदर भाव !

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