क्या तेरे पास इन सवालों के जवाब है ?
क्यों यह दूरियां इतना तडपाती हैं
क्यों सिर्फ़ यादों से इस मन को बहला नही पाती
लाख कोशिशों लाख सवालों जवाबों के बावजूद
यह नही समझता ,
क्यों यह इस दुनिया के रीती रिवाजों ,रस्मों को
तोड़ने पर आतुर रहता है ?
क्यों यह जानते हुए की इस जन्म मे तो हमारा मिलन
मुमकिन नहीं ,यह नही मानता ?
हर पल बस तुझे याद करता है
हर लम्हा तेरी चाह लिए जीता है
क्यों तेरी एक आवाज़ सुनने को व्याकुल रहता है
हर लम्हा तेरी चाह लिए जीता है
क्यों तेरी एक आवाज़ सुनने को व्याकुल रहता है
ख्वाबो मे भी तेरी झलक पा कर बेताब हो जाता
तेरे द्वारा कही गई बातो को ही अपनी ज़िन्दगी मानता है ,
तेरी हँसी हँसता है ,तेरे आंसू रोता है ,
हर पल भावुकता मे बहने को आतुर रहता है ,
अपनी इच्छाओं को मार कर लहू लुहान होता रहता है ,
क्या तेरे पास इन सवालों के जवाब है ,
बोलो क्या हैं जवाब ?
रेवा
It seems that your love is unreciprocated !
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