थकन सी महसूस
हो रही है आज ,
कहीं कुछ टूट
गया है ?
दिल की दीवारें
चटक गयी है शायद ,
एहसासों के पंख
चूर चूर हो गए हैं ,
मन ख़ाली हो
गया है ,
आँखों की नमी
रही नहीं अब ,
हंसी भी उदास
हो गयी है ,
जैसे सब शोक
मना रहे हों
मेरे अरमानो के
टूट जाने का ............
रेवा
कोमल भावो की अभिवयक्ति......
ReplyDeleteक्यूँ उदास सी हैं ये जिंदगी ?????
ReplyDeleteदिल की गहराईयों से निकलीं....बेहद सुन्दर भावनायें !!
ReplyDeleteशुभकामनायें !!
aap sabka bahut bahut shukriya
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