शुरू हुए नवरात्र
आओ सब मिल पूजे
देवी शक्ति के
अनुपम रूप को ,
युद्ध कर जिसने
किया संहार दानव स्वरुप को .......
पर इस बार
चलो हम मनाये
इसके भिन्नरूप को ,
युद्ध करें अपने अन्दर
के दानवों से
औ उजागर करें अपनी
दैवीय शक्ति प्रतिरूप को .......
अगर करें आज हम सब
ये प्रण
तो सार्थक होगा
अपना ये जीवन ………
शुभ नवरात्र
रेवा
युद्ध करे अपने अंदर के दानवों को
ReplyDeleteऔर उजागर करें
अपनी दैवीय शक्ति प्रतिरूप को
… सही कहा आपने ऐसा संकल्प आज की जरुरत है
नवरात्रि की हार्दिक मंगलकामनाएं
आपकी इस प्रस्तुति का लिंक 15 - 10 - 2015 को चर्चा मंच पर चर्चा - 2130 में दिया जाएगा
ReplyDeleteधन्यवाद
shukriya dilbag ji
Deleteयही विभिन्न रूप मानव की वृत्तियों का परिशोधन करते रहें!
ReplyDeleteबहुत सुंदर
ReplyDelete