मैं तो नहीं रहने वाली ताउम्र यहां
आप क्या आप रहने वाले हैं
हमेशा के लिए यहां
नहीं ना
तो फिर इतनी चिंता किस
बात की
अरे खुल कर जियो
मौज में रहो
चार पैसे कम कमा लोगे
तो कुछ न बिगड़ेगा
कौन सा साथ लेकर
जाना है
जितनी जरूरत है उतना
कमाओ
मशहूर न हुए न सही
ऊपर कोई नहीं पूछने वाला
लेकिन सोचो
इन सब की वजह से
अगर ज़िन्दगी न जिया
तो वो न मिलने की दोबारा
ये बस इसी बार है
तो जी लो खुल कर
प्यार करो दिल भर कर
दोस्त बनाओ जी भर कर
मस्ती करो
और चैन से रहो
क्योंकि तुम हमेशा
नहीं रहने वाले यहां
#रेवा
बहुत सुन्दर अभिव्यक्ति।
ReplyDeleteबहुत शुक्रिया आपका
Deleteबहुत बढ़िया
ReplyDeleteबहुत शुक्रिया
Deleteप्यारा सन्देश
ReplyDeleteशुक्रिया दीदी
Deleteबहुत खूब रेवा जी ।
ReplyDeleteसकारात्मक विचार।
शुक्रिया
Deleteआभार
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ReplyDeleteमैं तो नहीं रहने वाली ताउम्र यहां
आप
क्या आप रहने वाले हैं
हमेशा के लिए यहां
नहीं ना
तो फिर इतनी चिंता किस
बात की
अरे खुल कर जियो
मौज में रहो
.......बिल्कुल सही मन्तव्य है आपका। मेरा भी यही मानना है कि जीवन जीने का नाम है ... ज्यादा फिक्रमंद होना, हमें जीवन से दूर कर देता है।
बहुत-बहुत शुभकामनाएँ रेवा जी।।।।।