हर औरत को
गहने ,कपड़ों और
तोहफों से
बहुत प्यार होता है ,
हर बार शॉपिंग कर के तो
जैसे मन तृप्त हो जाता है ,
घर की सजावट मे
एड़ी चोटी का जोर
लगा देतीं हैं
कीमती सामानों से
सजावट करती हैं,
पर मिनी
वो अलग है
पसन्द उसे भी है ये सब
एक हद तक
लेकिन वो थोड़ी सी जुदा है.......
उसके लिए
सबसे बड़ा तोहफा है
"विश्वाश "
सबसे बेशकीमती गहना है
"प्यार "
उसने घर की सजावट
कीमती सामानों से नहीं
बल्कि "एहसासों" से की है
और यहीं तो है
उसके ख्वाबों का संसार ...........
"प्यार, विश्वाश और एहसासों की
दुनिया
येही ही तो है मन की
तृप्ती का जरिया ,
पा ले इसे जो एक बार
उसकी ज़िन्दगी हो जाये
गुलज़ार "
रेवा
बहुत सुन्दर प्रस्तुति।
ReplyDelete--
आपकी इस प्रविष्टि् की चर्चा कल बुधवार (12-11-2014) को "नानक दुखिया सब संसारा ,सुखिया सोई जो नाम अधारा " चर्चामंच-1795 पर भी होगी।
--
चर्चा मंच के सभी पाठकों को
हार्दिक शुभकामनाओं के साथ।
सादर...!
डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'
Shukriya mayank ji
Deletebahut sundar ..
ReplyDeleteshukriya upasna ji
Deleteप्यार ,विश्वास ,एहसास यही तो जिंदगी का सारांश \बहुत सुन्दर प्रस्तुति|
ReplyDeleteप्रेम !
तुझे मना लूँ प्यार से !
प्यार विश्वास और एहसासो की दुनिआ
ReplyDeleteयही तो है मन की
तृप्ति का जरिया
बेमिसाल.. वाह रेवा दी निःशब्द हूँ क्या कहूँ
sach me bemishal ho aap
bahut bahut shukriya sanjay,....
DeleteBadhiya
ReplyDeletevaakayi.....bina iske ghar kaisa....lajawab
ReplyDeleteAchchhi rachna....
ReplyDeleteshukriya hemant ji
Deleteप्रेम, एहसास ही सब कुछ होता है ... बाकी तो सब आना जाना ...
ReplyDeleteshukriya digamber ji
Deleteप्यार विश्वास और एहसासों की दुनिया में सिमट के जिंदगानी भी मुस्कराने लगती है और ख्वाबों की बस्तियां बसा लेती है
ReplyDeleteबहुत ही अच्छी अभ्िाव्यक्ति
shukriya sada ji
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