प्यार शब्द खुद मे इतना प्यारा है की इसे किसी परिभाषा की ज़रूरत नहीं ……ये एक एहसास है जो बस महसूस किया जा सकता है,पर इसके साथ ये भी सच है की प्यार की बड़ी बड़ी बातें सभी लोग कर लेते है……पर सच्चा प्यार बहुत कम लोगों के नसीब मे होता है……ये भी माना के प्यार दर्द भी देता है पर अगर ये सच्चा है तो संतुष्टि भी देता है…ऐसा प्यार हमे प्रभु के और करीब ले जाता है …ये मेरी भावनाएं और एहसास , इन्हीं को शब्द देने की कोशिश है मेरी …....
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Thursday, October 28, 2010
कभी कभी
मनक्योंइतनाबोझिलहोजाताहैकभीकभी
आंसूक्योंनहींरोकपातेहमकभीकभी
क्योंसारी दिलदुखानेवालीबातयादआजातीहैतभीतभी
क्यों सारी दुनिया सारे लोग बेगाने लगने लगते है तभी तभी
अरे ये क्या बात हुई, आप भी उदास और इधर
ReplyDeleteमेरे ब्लॉग पर
उदास हैं हम ....
Haan..sach me aisa ho jata hai! Bahut sadagee se aapne apnee bhavnayen wyakt kee hain!
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