पापा जल्दी आ जाओ
हम सबको धीर बंधा जाओ ,
भाई रोता ,माँ तडपती
बहिन करती पुकार ,
छोटी ये बेटी आपकी
भी करती मनुहार बार बार ,
छोड़ दो ये जिद तोड़ दो बीमारी की दीवार ,
पापा जल्दी आ जाओ ...........
माँ ने छोड़ा खाना पीना
दूभर हो गया उनका जीना
अब तो वापस आ जाओ
हम सबको धीर बंधा जाओ ,
न सुनो बच्चो की गुहार
पर सुन लो माँ की करुण पुकार
बिन देखे तुम्हे वो रह न पाए
कर लो ये बात आप स्वीकार ,
पापा जल्दी आ जाओ
हम सबको धीर बंधा जाओ .................
रेवा
plz pray for recovery of my father
All good wishwes for a fast recovery of your father.May God give him good health & a long life!
ReplyDeleteI pray to God ...
ReplyDeleteto bless health to your Papa ,
recover him from all problems,
and bless him happiness & joy .
रेवा जी,
ReplyDeleteआपका दर्द आपकी कविता मे साफ झलक रहा है, चिंता मत किजिए अंकल जी जल्दी ही ठीक हो कर घर आ जायेगे। सारा ब्लाग जगत उनके लिए प्रार्थना कर रहा है
aap sabka bahut bahut dhanyavad....saath dene kay liyee
ReplyDeleteAcchi kavita
ReplyDeleteरेवा जी,
ReplyDeleteमैं सच्चे दिल से ईश्वर से प्रार्थना करता हूँ कि आपके पापा जल्द से जल्द स्वस्थ हो जायें.आपकी रचना में जो दर्द है उसे महसूस किया जा सकता है.ऐसा मेरे साथ भी हुआ है.हिम्मत और धैर्य रखें ,सबकुछ ठीक होगा.
Ishwar aapke Pitashri ko lamba evam swasth jeevan de.Unka swasthya sheegra sudhre..Wo jarur aayenge. Aapka marmsparshi pukar unhein kisi bhi duniya se kheench laayega.
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