सर्व प्रथम स्वतंत्रता दिवस की ढेरो शुभकामनाएं सभी को !!!
अब कुछ सवाल ????
हमे स्वतंत्र हुए ६९ साल हो गए पर क्या हम सच मे स्वतंत्र हैं ??
आतंकवाद इस कदर बढ़ रहा है की
देश खोखला होता जा रहा है
क्या हम सच मे स्वतंत्र हैं ??
आज इंग्लिश बोलना अपनी शान और
हिन्दी मे वार्तालाप अपनी शान के खिलाफ
समझा जाता है ,
क्या हम सच मे स्वतंत्र हैं ??
आज हमारे देश की स्त्री कहीं
सुरक्षित नहीं ,
चाहे वो ५ साल की हो या ५० साल की
क्या हम सच मे स्वतंत्र हैं ??
हमारे देश के बच्चे जो भविष्य हैं हमारा
बाल मजदूरी मे जकड़े हैं
आँखों मे सपने देखने से पहले
जुर्म देखते है
क्या हम सच मे स्वतंत्र हैं ??
आधुनिकता हमे जकड़ती जा रही है
और संवेदनहीनता बढ़ती जा रही है
क्या हम सच मे स्वतंत्र हैं ??
ये सवाल यहीं खत्म नहीं होते और भी कई जटिल समस्याएँ हैं
एक दूसरे को बधाई देने से बेहतर हर स्वतंत्रता दिवस पर
कोई भी एक छोटा काम देश के नाम …………
रेवा
प्रश्न और भी हैं बहुत किस से पूछेँ ?
ReplyDeletesach kaha apne
ReplyDeleteबहुत सुंदर
ReplyDeleteआपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल रविवार (16-08-2015) को "मेरा प्यार है मेरा वतन" (चर्चा अंक-2069) पर भी होगी।
ReplyDelete--
सूचना देने का उद्देश्य है कि यदि किसी रचनाकार की प्रविष्टि का लिंक किसी स्थान पर लगाया जाये तो उसकी सूचना देना व्यवस्थापक का नैतिक कर्तव्य होता है।
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चर्चा मंच पर पूरी पोस्ट नहीं दी जाती है बल्कि आपकी पोस्ट का लिंक या लिंक के साथ पोस्ट का महत्वपूर्ण अंश दिया जाता है।
जिससे कि पाठक उत्सुकता के साथ आपके ब्लॉग पर आपकी पूरी पोस्ट पढ़ने के लिए जाये।
स्वतन्त्रतादिवस की हार्दिक शुभकामनाओं के साथ।
सादर...!
डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'
abhar mayank ji
Deleteसच से रूबरू करवाती....सुंदर और प्रेरक रचना।
ReplyDeleteshukriya kamlesh ji
Deleteसच है ... हम स्वतंत्र नहीं है ...
ReplyDeleteसुन्दर व सार्थक रचना प्रस्तुतिकरण के लिए आभार..
ReplyDeleteमेरे ब्लॉग की नई पोस्ट पर आपका इंतजार...
सही प्रश्न उठाये हैं आपने. क्या वाकई में हम स्वतंत्र हैं?
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