अपने घर का एहसास
कुछ अलग ही होता है
ऐसी शांति मन को
मिलती है
जिसे शब्दों में बयां करना
नामुमकिन है
एक अजीब सा रूहानी
सुकून महसूस होता है
हर एक ज़र्रे हर एक
कोने से प्यार हो जाता है
घर का ईट ईट
लगता है हमारे एहसासों
से जुड़ा है
अपना एक कोना मिल
जाता है
जो कोई नहीं छीन सकता
ज़िन्दगी बहुत खूबसूरत
लगने लगती है
हर गुज़रता लम्हा
संजो लेने का
मन होता है
अपना आशियाना
बड़ा हो या छोटा
सजा हो या फिर
बेतरतीब
कैसा भी हो
अपना होता है
#रेवा
सही कहा
ReplyDeleteशुक्रिया
Deletetrue
ReplyDeleteThank u
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