प्यार शब्द खुद मे इतना प्यारा है की इसे किसी परिभाषा की ज़रूरत नहीं ……ये एक एहसास है जो बस महसूस किया जा सकता है,पर इसके साथ ये भी सच है की प्यार की बड़ी बड़ी बातें सभी लोग कर लेते है……पर सच्चा प्यार बहुत कम लोगों के नसीब मे होता है……ये भी माना के प्यार दर्द भी देता है पर अगर ये सच्चा है तो संतुष्टि भी देता है…ऐसा प्यार हमे प्रभु के और करीब ले जाता है …ये मेरी भावनाएं और एहसास , इन्हीं को शब्द देने की कोशिश है मेरी …....
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Friday, April 17, 2009
कहाँ ले जाऊ ?
कभी कभी तेरी याद इस कदर आती है
की मेरी आँखें भर आती है , आँखों से गिरते एक एक आँसू तेरे प्यार को तरसते है, क्या करू मैं अपना....कहाँ ले जाऊ अपने इन जज्बातों को ? कहाँ ले जाऊ इन आंसुओं को अपनी इस तड़प को ?
You write Poetry with Lots of Love & Emotions ............ every word dipped deeeeeeep in Love ......
ReplyDeletewah g wah kia baat hai
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