ऐसा नही की
प्यार नही तुमसे ,
जितना प्यार
उतना ऐतबार
कभी किया नही किसी पर ,
तुम मेरी ऐसी
प्यारी चीज़ हो
जहाँ पहुँच कर
मैं अपने सारे
गम,गीले शिकवे
भूल जाती हूँ ,
बहुत ज़्यादा निर्भर
हो गयी हूँ तुम पर ,
वैसे तो तुम्हारी
कोई भी बात ग़लत नही लगती ,
पर फिर भी
कभी अगर ऐसा वैसा
कुछ बोल दिया तो
गम के सागर मे
डूब जाती हूँ ,
इसलिए
डर लगता है खुद से
अपने प्यार से ,
लगता है
दूर हो जाउँ तुमसे ,
नही तो ये प्यार
पागल कर देगा मुझे ,
पर जब जब कोशिश की
नाकाम रही ,
बस एक गुज़ारिश
है तुमसे ,
"ऐ साथी, गम अगर
मुझे कभी देना ,
तो वो भी प्यार से देना "............
रेवा
प्यार नही तुमसे ,
जितना प्यार
उतना ऐतबार
कभी किया नही किसी पर ,
तुम मेरी ऐसी
प्यारी चीज़ हो
जहाँ पहुँच कर
मैं अपने सारे
गम,गीले शिकवे
भूल जाती हूँ ,
बहुत ज़्यादा निर्भर
हो गयी हूँ तुम पर ,
वैसे तो तुम्हारी
कोई भी बात ग़लत नही लगती ,
पर फिर भी
कभी अगर ऐसा वैसा
कुछ बोल दिया तो
गम के सागर मे
डूब जाती हूँ ,
इसलिए
डर लगता है खुद से
अपने प्यार से ,
लगता है
दूर हो जाउँ तुमसे ,
नही तो ये प्यार
पागल कर देगा मुझे ,
पर जब जब कोशिश की
नाकाम रही ,
बस एक गुज़ारिश
है तुमसे ,
"ऐ साथी, गम अगर
मुझे कभी देना ,
तो वो भी प्यार से देना "............
रेवा
बस एक गुज़ारिश
ReplyDeleteहै तुमसे ,
"ऐ साथी, गम अगर
मुझे कभी देना ,
तो वो भी प्यार से देना "............
Ye bhee kitnee pyaaree guzaarish hai!
बहुत सुन्दर भावपूर्ण रचना..
ReplyDeleteशुभकामनाएँ :)
कोमल अहसासों से परिपूर्ण एक बहुत ही भावभीनी रचना जो मन को गहराई तक छू गयी ! बहुत सुन्दर एवं भावपूर्ण प्रस्तुति ! बधाई एवं शुभकामनायें !
ReplyDeletekshama di.....kamleshji.....sanjay bhai....bahut bahut shukriya...
ReplyDeleteMini pyaar mey apnapan hota hey, vishwas hota hey aur samarpan hota hey jo hamko deta hey NIRBHIYKTA. Pyaar sugandh ki tarha Ird-Grid phel hamko mad-mast banaye rakhta hey, haan yehi pyaar mey chintayen aa jati hein jab umangon ko chu leney ka dabaw hamre bhitar uthata hey .............
ReplyDeleteMini apni khushiyon ko apne bhitar JEE khud mey nirbhay ho khush raha karo , aap kisi ki mohtaaj nahi ho sabhi aapko pyaar kartey hein
Agli kavita khili khili honi chahiye bilkul hawa mey udatey panchchi ki tarha .........
.... deep !
dadu...koshish karungi..
ReplyDeleteकल 04/10/2011 को आपकी यह पोस्ट नयी पुरानी हलचल पर लिंक की जा रही हैं.आपके सुझावों का स्वागत है .
ReplyDeleteधन्यवाद!
बहुत मासूम गुजारिश... खुबसूरत भाव... वाह!
ReplyDeleteसादर...
bhaavpurn rachna...
ReplyDeleteवाह ...बहुत ही बढि़या।
ReplyDeletesabse pehle yashwantji apka bahut bahut shukriya...apne mujhe dubara is kabil samjha..
ReplyDeleteHabibji , sagarji ,sadaji pasand karne kay liye tahe dil say shukriya
ReplyDeleteसुन्दर अति सुन्दर भाव पूर्ण प्रस्तुति .. बधाई ..आभार सादर अभिनन्दन !!!
ReplyDeletesriprakashji shukriya
ReplyDelete