हमेशा तुमसे मिलने की
ख्वाइश रहती है ,
पर इस ख्वाइश को लेकर
आज दिल मे
एक कशमकश सी है ,
तुमसे मिली तो शायद
अब खुद को भावनाओं
मे बहने से रोक पाना
मुश्किल होगा ,
वो सारे अधूरे एहसास
जो बस तुम्हारी बातों से
और तुम्हे महसुस करने
से पुरे हो जाते है
कहीं बेकाबू न हो जाये ,
तुम्हे देख कर
एहसासों का बांध
कहीं टूट न जाये ,
पर फिर भी मिलना
तो है तुमसे ,
क्युकी नदी समुद्र से न मिले
तो कहाँ जाये...................
रेवा
ख्वाइश रहती है ,
पर इस ख्वाइश को लेकर
आज दिल मे
एक कशमकश सी है ,
तुमसे मिली तो शायद
अब खुद को भावनाओं
मे बहने से रोक पाना
मुश्किल होगा ,
वो सारे अधूरे एहसास
जो बस तुम्हारी बातों से
और तुम्हे महसुस करने
से पुरे हो जाते है
कहीं बेकाबू न हो जाये ,
तुम्हे देख कर
एहसासों का बांध
कहीं टूट न जाये ,
पर फिर भी मिलना
तो है तुमसे ,
क्युकी नदी समुद्र से न मिले
तो कहाँ जाये...................
रेवा