औरतें हर दिन जीती है ,हर दिन मरती है
रोज़ नयी लड़ाई लडती है ,पर फिर भी कहाँ कुछ बदलता है /
अगर मर्द कुछ करे तो ,उसकी माफ़ी सहज ही मिल जाती है
पर अगर वहीँ औरत ऐसी गलती करे तो वो अपराध , क्यों ?
बहुत प्यार करती थी पारो अपने पति से
तन मन धन से सेवा करती
पति ,घर और बच्चो की,
शारीर कभी साथ देता
कभी नहीं भी ,
फिर भी एक उफ़ तक नहीं करती थी
क्युकी उसे लगता था की उसका पति उससे
बहुत प्यार करता है ,
पर जब एक दिन सच जाना
आँखों से सब देखा
टूट गयी वो ,
आँखों से आंसू की जगह
लहू बहने लगे ,
पति से पुछा तो
समझा बुझा कर चुप करा दिया उसे ,
करती भी क्या ,
कहाँ जाती बच्चों का मुँह
देख कर चुप हो गयी ,
घुलती रही रोज़
टूटती रही रोज़ फिर भी जीती रही ,
न घर वालों ने बात जान कर कुछ कहा
न दोस्तों ने
बल्कि सब ने पारो को ही समझाया ,
पर प्रश्न ये है
अगर गलती पारो ने की होती तो
क्या तब
उसके साथ भी ऐसा ही व्यवहार होता ?
रेवा
रोज़ नयी लड़ाई लडती है ,पर फिर भी कहाँ कुछ बदलता है /
अगर मर्द कुछ करे तो ,उसकी माफ़ी सहज ही मिल जाती है
पर अगर वहीँ औरत ऐसी गलती करे तो वो अपराध , क्यों ?
बहुत प्यार करती थी पारो अपने पति से
तन मन धन से सेवा करती
पति ,घर और बच्चो की,
शारीर कभी साथ देता
कभी नहीं भी ,
फिर भी एक उफ़ तक नहीं करती थी
क्युकी उसे लगता था की उसका पति उससे
बहुत प्यार करता है ,
पर जब एक दिन सच जाना
आँखों से सब देखा
टूट गयी वो ,
आँखों से आंसू की जगह
लहू बहने लगे ,
पति से पुछा तो
समझा बुझा कर चुप करा दिया उसे ,
करती भी क्या ,
कहाँ जाती बच्चों का मुँह
देख कर चुप हो गयी ,
घुलती रही रोज़
टूटती रही रोज़ फिर भी जीती रही ,
न घर वालों ने बात जान कर कुछ कहा
न दोस्तों ने
बल्कि सब ने पारो को ही समझाया ,
पर प्रश्न ये है
अगर गलती पारो ने की होती तो
क्या तब
उसके साथ भी ऐसा ही व्यवहार होता ?
रेवा
बच्चे स्त्री के पैरों की जंजीर बन जाते हैं वो उनके लिए ही सब सहती रहती है ।
ReplyDeleteपारो .... एक लड़की .... यही कहानी अधिकतर
ReplyDeleteसटीक चित्रण किया है व्यथा का
ReplyDeleteबिना गलती के अग्निपरीक्षा देनी पड़ती है .....
ReplyDeleteगलती हो तो कल्पना से बाहर की सज़ा तैय कराती है समाज .....
isiliye to aurat pujniy hai jo auron ke liye jiti hai ...
ReplyDeletesundar
ReplyDeleteभावुक और मार्मिक रचना
ReplyDeleteबढ़िया शब्द चित्र
आग्रह है मेरे ब्लॉग में भी सम्मलित हों
bhavo ko shbdo me dhalna aur yse sach ka aaina dikhana bahut khub
ReplyDeleteमार्मिक चित्रण...
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