रात जब नींद नहीं आती
करवटें बदलते-बदलते
जाने क्यों तुम याद आने
लगते हो ,
मन तुम्हारे एहसासों से
भीग उठता है ,
दूर होते हुए भी
तुम्हारे बाँहों के घेरे मे
सिमट जाती हूँ ,
ऐसा लगता है
तुम मेरे पास ही हो ,
पर कभी कभी
एक शंका भी घेर लेती है कि,
जितनी शिद्दत से मैं
तुम्हे महसूस करती हूँ
क्या तुम तक वो एहसास
पहुँचते हैं ?
पर अगले ही पल
जब जवाब बन कर
तुम ख्वाबों मे आ जाते हो तो
सारी शंकाएं दूर हो जाती है ,
और रह जाता है बस
प्यार भरा एहसास /
रेवा
करवटें बदलते-बदलते
जाने क्यों तुम याद आने
लगते हो ,
मन तुम्हारे एहसासों से
भीग उठता है ,
दूर होते हुए भी
तुम्हारे बाँहों के घेरे मे
सिमट जाती हूँ ,
ऐसा लगता है
तुम मेरे पास ही हो ,
पर कभी कभी
एक शंका भी घेर लेती है कि,
जितनी शिद्दत से मैं
तुम्हे महसूस करती हूँ
क्या तुम तक वो एहसास
पहुँचते हैं ?
पर अगले ही पल
जब जवाब बन कर
तुम ख्वाबों मे आ जाते हो तो
सारी शंकाएं दूर हो जाती है ,
और रह जाता है बस
प्यार भरा एहसास /
रेवा
waah ati sundar ......
ReplyDeleteवाह प्रेम के महीन अहसास को व्यक्त करती
ReplyDeleteसुंदर रचना
बधाई
आग्रह है मेरे ब्लॉग में भी सम्मलित हों
कहाँ खड़ा है आज का मजदूर------?
बहुत अच्छा है ये प्यार का अहसास .....
ReplyDeleteबहुत ही रोचक
ReplyDeleteदिल को छूती
हार्दिक शुभकामनायें
अहसासों का सफर ..बहुत खूब
ReplyDeleteसुन्दर एहसास सुन्दर शब्दों में ........
ReplyDeletebahut bahut shukriya yashoda behen.....jaroor
ReplyDeleteबहुत खूबसूरत हर शब्द
ReplyDeleteehsaas aur pyar ka sundar ehsaas rewa
ReplyDeleteएही तो प्यार है ,सुन्दर प्रस्तुति
ReplyDeleteडैश बोर्ड पर पाता हूँ आपकी रचना, अनुशरण कर ब्लॉग को
अनुशरण कर मेरे ब्लॉग को अनुभव करे मेरी अनुभूति को
lateast post मैं कौन हूँ ?
latest post परम्परा
बहुत कोमल एहसास
ReplyDeleteaap sabka bahut bahut shukriya
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