प्यार शब्द खुद मे इतना प्यारा है की इसे किसी परिभाषा की ज़रूरत नहीं ……ये एक एहसास है जो बस महसूस किया जा सकता है,पर इसके साथ ये भी सच है की प्यार की बड़ी बड़ी बातें सभी लोग कर लेते है……पर सच्चा प्यार बहुत कम लोगों के नसीब मे होता है……ये भी माना के प्यार दर्द भी देता है पर अगर ये सच्चा है तो संतुष्टि भी देता है…ऐसा प्यार हमे प्रभु के और करीब ले जाता है …ये मेरी भावनाएं और एहसास , इन्हीं को शब्द देने की कोशिश है मेरी …....
Followers
Wednesday, February 25, 2015
प्यार की खुशबू
ऐसी चली फागुन की पुरवाई
फिर तेरी याद हो आई ,
यादों के बंद बक्से से
प्यार की खुशबू ने
ली अंगड़ाई ,
बाँवरे मन ने की
कोशिश हज़ार
पर हो गया मदहोश
फिर एक बार ,
जाने ये कैसा इत्र है
जो महका गया
मेरा तन और मन
बन कर बरखा की बौछार ।
खुशबू हवाओं में तैर रही है। हुनरमंद ही इसे पहचानते हैं।
ReplyDeleteShukriya Rahul ji
ReplyDeleteमनमोहक रचना ।।
ReplyDeleteWaaaaaah is itra ki khushbu unhe hi aati hai jo muhbbat me bhig chuke hote hain.......
ReplyDeleteमन - भावन शब्द ,
ReplyDeleteकुछ अधरों पर ठहरे हैं
कुछ आखों में बिखरे हैं
http://savanxxx.blogspot.in
bahut bahut shukriya Savan kumar ji
Deleteदिल से लिखी गयी और दिल पर असर करने वाली रचना , बधाई तो लेनी ही होगी
ReplyDeleteShukriya sanjay
Delete