बेवफाई ने तेरी
कर दिया बेजुबां ,
हर तन्हा लम्हे से
करती हूँ मैं बस
एक ही सवाल ,
क्या मैं प्यार के
क़ाबिल नहीं ?
या किस्मत ही है
बईमा ,
या पल पल की तड़प
नाम है मेरे ,
काश ! तुम समझ पाते
मेरे नम आँखों की जुबां ,
पढ़ पाते
मेरी दर्द भरी मुस्कान ,
पर अब भी मेरे पास
जीने की है एक वजह
मेरे दिल मे बसे
तेरे प्यार की वो
अनकही जुबां !!
रेवा
ये प्रेम ही है जो संजीवनी है ...
ReplyDeleteshukriya digamberji
Deleteshukriya
ReplyDeleteवाह..
ReplyDeleteकाश तुम समझ पाते
मेरे नाम आखों की जुबां ...वाह
shukriya harsh ji
Deleteवाह वाह उम्दा भाव
ReplyDeleteshukriya mohan ji
Deleteजीने का बहाना मौत से बडी सजा
ReplyDeletehttp://savanxxx.blogspot.in
shukriya savan kumar ji
Deleteप्रेम की खासियत है की वो टूट सकता है मिट नहीं सकता ।
ReplyDelete---खूबसूरत रचना ।
shukriya Shiv Raj ji
Deleteबहुत सुन्दर रचना
ReplyDeleteshukriya onkar ji
Deleteप्यार से जुड़े दर्द भरे अहसास को बेहद उम्दा तरीके से दर्शाया
ReplyDeleteshukriya sonali ji
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