Followers

Monday, August 20, 2012

बरसात

इतने दिनों के
लम्बे इंतज़ार 
के बाद ,
बरसात की फुहार ने 
धरती की प्यास बुझाई ,
बारिश की बूंदों के साथ 
प्रकृति खिल उठी ,
हर ओर बस हरियाली 
ही हरियाली छा गयी  ,
ऐसा में 
मेरा मन भी 
हर बूंद के साथ 
अंगड़ाई लेने लगा ,
ऐसा लगा मानो 
इन बूंदों 
और ठंडी हवाओं के साथ 
कहीं से तुम आ गए 
और मुझे हौले से 
अपनी बाँहों मे 
भर लिया हो ,
इस ख्याल से  
मेरी सांसें रुक गयी 
और मैं उस पल को 
जीने के लिए 
ज़िन्दगी जीने लगी ..........

रेवा 


35 comments:

  1. आपकी यह बेहतरीन रचना बुधवार 22/08/2012 को http://nayi-purani-halchal.blogspot.in पर लिंक की जाएगी. कृपया अवलोकन करे एवं आपके सुझावों को अंकित करें, लिंक में आपका स्वागत है . धन्यवाद!

    ReplyDelete
  2. वाह......बहुत खूब.....दिली दाद हाज़िर है......

    ReplyDelete
  3. बांहों में तुम्हारा आना.....
    कसमसाना....
    और फिर....छिटक कर दूर भाग जाना....
    अपनी दोनों हथेलियों से अपना मुंह छुपाना.....
    फिर....
    दोनों हथेलियों को बीच से खोलते हुए....
    धीरे से झांकना....
    शरमाई हुई....चमकती हुई आँखों से...झाँकती जिंदगी....
    मुझे याद है वो पल.....
    जब तुम्हारी आँखों में जिंदगी की चमक देखी थी....

    ReplyDelete
    Replies
    1. sansac thank u so much for such nicee lines....i never thought u could write such lovely lines...

      Delete
  4. Zinda rahne ke liye koyi wajah to zaroor chahiye....behad achhee rachana.

    ReplyDelete
    Replies
    1. kshamadi....v true...shukriya...apka rachna par mujhe hamesha intezar rehta hai

      Delete
  5. बारिश की बूंदें प्रेम का मधुर अहसास कराती है ..........बहुत सुन्दर रचना

    ReplyDelete
    Replies
    1. Dr.Sandhyaji bahut bahut shukriya.....apne mere blog par ana shuru kiya...bahut khushi hui

      Delete
  6. बारिश और प्यार ... बहुत ही अच्छी रचना

    ReplyDelete
  7. अपनी बाँहों मे
    भर लिया हो ,
    इस ख्याल से
    मेरी सांसें रुक गयी
    और मैं उस पल को
    जीने के लिए
    बहुत ही सुन्दर और दिल को छूने वाला अहसास कराया है दीदी अपने
    जेसे कोई खुद इन बारिश की बूंदों से भीग रहा हो

    ReplyDelete
  8. यकी़नन ...
    बहुत खूब लिखा है

    ReplyDelete
  9. सीधे सरल शब्दों में कितना भावपूर्ण चित्त्रण किया है तुमने ....... जिंदगी जीने के लिए तुमने एक बहुत सुन्दर सा कारण दे दिया ....... बहुत खूब .... लाजवाब

    ReplyDelete
  10. बहुत ही खूबसूरत

    सादर

    ReplyDelete
  11. बहुत खुबसूरत रचना..
    प्यारी सी :-)

    ReplyDelete
  12. कोमल भावनाओं की सुन्दर अभिव्यक्ति!

    ReplyDelete
  13. प्यार के ख्याल से
    मेरीआपकी सांसें रुक गयी
    और
    मैंआप उस पल को
    जीने के लिए
    ज़िन्दगी जीने लगी ?
    बहुत खूब ! उत्तम अभिव्यक्ति :)

    ReplyDelete
  14. ह्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म
    सुन्दर...सुखद....
    सस्नेह
    अनु

    ReplyDelete
  15. वाह .. बरसात की बूंदें और उनका ख्याल ... पानी में भी आग लग सकती है .. जीने को मन कर आता है ... लाजवाब ..

    ReplyDelete
  16. बारिश की बूंदों
    के संग
    प्यार की फुहार ...

    ReplyDelete