वैसे तो मैं
हर रात ही गाने सुनकर
सोती हूँ ,
पर जाने कल क्या हुआ ?
तेरी यादों ने
इस कदर दस्तक दी की
नींद से कोसो दूर मैं
बस हर गाने की
किरदार को निभाने लगी,
और उनमे
तेरी कमी महसूस
करने लगी ,
इतनी ज्यादा की
वो कमी आँखों से
बहने लगी ,
न जाने क्यों ?
पर कल तेरी यादों ने
खूब रुलाया ,
पर ये आंसू
बहुत सुकून भी दे
रहे थे ,
क्युकी ये हमारे
प्यार के गवाह
जो थे /
रेवा
हर रात ही गाने सुनकर
सोती हूँ ,
पर जाने कल क्या हुआ ?
तेरी यादों ने
इस कदर दस्तक दी की
नींद से कोसो दूर मैं
बस हर गाने की
किरदार को निभाने लगी,
और उनमे
तेरी कमी महसूस
करने लगी ,
इतनी ज्यादा की
वो कमी आँखों से
बहने लगी ,
न जाने क्यों ?
पर कल तेरी यादों ने
खूब रुलाया ,
पर ये आंसू
बहुत सुकून भी दे
रहे थे ,
क्युकी ये हमारे
प्यार के गवाह
जो थे /
रेवा
हृदयस्पर्शी भावपूर्ण प्रस्तुति.
ReplyDeleteकोई मुस्कराहट भी तो गवाह होगी तुम्हारे प्यार की...कोई खिलखिलाहट भी तो बांटी होगी तुमने????
ReplyDeleteउसे याद करो...
सस्नेह
अनु
छोटी , प्यार पास न हो तो ऐसा ही होता है ...........
ReplyDeleteशुभकामनायें !!
वाह प्यार हो तो ऐसा...बहुत खूब
ReplyDeleteप्यार भरी सुन्दर रचना ।
ReplyDeleteरेवा जी..गहन प्रेम की गहन अभिव्यक्ति ।
ReplyDeleteएक बेहद सशक्त रचना...
भावो को खुबसूरत शब्द दिए है अपने.....
ReplyDeleteबहुत सुन्दर भावपूर्ण रचना...
ReplyDeleteWah! Naya saal bahut mubarak sabit ho!
ReplyDeleteapko bhi naya saal bahut bahut mubarak ho
Deleteaap sabka bahut bahut shukriya
ReplyDeleteसुंदर शब्दों में जज्बातों को आपने पिरोया है।
ReplyDeleteआभार