एक बार तुझसे रूबरू मिल लूँ
तो करार आये ,
एक बार तेरी प्यार भरी बातें सुन लूँ
तो करार आये ,
एक बार तेरा लाड़ ,तेरा प्यार वो महसूस कर लूँ
तो करार आये ,
एक बार तुझसे "मेरी लाडो " सुन लूँ
तो करार आये ,
एक बार तेरी आवाज़ मे खुद को डुबो लूँ
तो करार आये ,
एक बार तुझे अपने आगोश मे भर लूँ
तो करार आये ,
तेरे साथ रहे बिना भी ,तेरे साथ जीती रहूँ
तो करार आये /
"प्यार मे तेरे जी कर सुकून पाया
समां कर तुझमे मैंने अपना वजूद पाया "
रेवा
तो करार आये ,
एक बार तेरी प्यार भरी बातें सुन लूँ
तो करार आये ,
एक बार तेरा लाड़ ,तेरा प्यार वो महसूस कर लूँ
तो करार आये ,
एक बार तुझसे "मेरी लाडो " सुन लूँ
तो करार आये ,
एक बार तेरी आवाज़ मे खुद को डुबो लूँ
तो करार आये ,
एक बार तुझे अपने आगोश मे भर लूँ
तो करार आये ,
तेरे साथ रहे बिना भी ,तेरे साथ जीती रहूँ
तो करार आये /
"प्यार मे तेरे जी कर सुकून पाया
समां कर तुझमे मैंने अपना वजूद पाया "
रेवा
प्यार में ही तो खुद के वजूद के होने का अहसास जिन्दा रहता है
ReplyDeleteऐसे प्यार में करार एक बार में कहाँ आता है मेरी लाडो......
ReplyDeleteसस्नेह
अनु
sahi kaha di....luv u
DeleteBeautiful.
ReplyDeleteThis comment has been removed by the author.
ReplyDeletebahut komal ehasaas liye huye ye bahut bhavuk rachna..bahut khoob Rewa
ReplyDeleteबहुत सुन्दर रचना |
ReplyDeleteबहुत सुन्दर भावपूर्ण रचना...
ReplyDeleteबे-मिसाल ......
ReplyDeleteकरार आ जाये
तो
अंत ना हो जाये
हार्दिक शुभकामनायें
बहुत सुंदर....सच मे कुछ तो करार आए
ReplyDeletebehatareen behatareen
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