कितना अलग हुआ आकाश
मन मयूर बन डोले आज
मदहोश हुए मेरे ज़ज्बात
बांधू गीतों मे इन को या
हवा में बहने दूँ एहसास ,
ख्वाबों ने दे दी है दस्तक
जाने क्या हो जाएगा अब
बिना बात मुस्कुराने कि
होगी अब तो शुरूआत
या भीग़ जाएँगी पलकें
कर तुझे यूं ही याद ,
या सूख जाएगी ये धरती
बिन बादल और बिन बरसात ,
पर जैसे भी हो मेरे जज्बात
एक बात तुझे कहनी है आज
"पिया सदा निभाना मेरा साथ "
रेवा
ईश्वर हर मनोकामना पूरी करे
ReplyDeletekya baat he.............wow
ReplyDeleteएक इच्छा -पिया सदा निभाना साथ मेरा !
ReplyDeleteएक भावना - बिना बात मुस्कुराने कि , होगी अब तो शुरूआत !
एक भावुकता - या भीग जायेंगी पलकें, कर तुझे यूं ही याद !
सभी को अच्छा समावेश !
बहुत सुन्दर! शुभ मनोकामनाएं।
ReplyDeleteप्रेम से सराबोर इस रचना कों कई बार पढ़ गया |
ReplyDeleteमैं खुद भी सिर्फ प्रेम पर ब्लॉग लिखता हूँ |
"तू मेरी जिंदगी हैं "...नामक पोस्ट पर मैं आपको आमंत्रित करता हूँ |
drakyadav.blogspot.in
-डॉ अजय
shukriya Ajayji jaroor padhungi
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