कविता के सागर मे
जब गोता लगाया तो
पाया की इस गहरे सागर में
बहुत कुछ छिपा है,
कई सीप
कुछ छोटे, कुछ चमकीले
और कईयों के अन्दर मोती भी मिले ,
सागर मे आती लहरों
और नदियों को देखा और जाना
तो लगा की
इस सागर मे तो मैं
एक छोटी सी बूंद हूँ
जो अपना अस्तित्व
तलाशने की जद्दो जेहद मे लगी है ,
इस आशा मे की शायद कभी
वो भी एक लहर बन जाये /
रेवा
जब गोता लगाया तो
पाया की इस गहरे सागर में
बहुत कुछ छिपा है,
कई सीप
कुछ छोटे, कुछ चमकीले
और कईयों के अन्दर मोती भी मिले ,
सागर मे आती लहरों
और नदियों को देखा और जाना
तो लगा की
इस सागर मे तो मैं
एक छोटी सी बूंद हूँ
जो अपना अस्तित्व
तलाशने की जद्दो जेहद मे लगी है ,
इस आशा मे की शायद कभी
वो भी एक लहर बन जाये /
रेवा
वाह..
ReplyDeleteएक बूंद पानी में टपकी
लहरों का दायरा बनता चला गया
सादर
बहुत सुन्दर...एक एक बूँद से ही सागर बनता है...
ReplyDeleteआपने लिखा....
ReplyDeleteहमने पढ़ा....
और लोग भी पढ़ें;
इसलिए शनिवार 06/07/2013 को http://nayi-purani-halchal.blogspot.in
पर लिंक की जाएगी.
आप भी देख लीजिएगा एक नज़र ....
लिंक में आपका स्वागत है .
धन्यवाद!
shukriya Yashoda behen...
DeleteVery nice.
ReplyDeleteसागर में तो पूरी नदी की आत्म-हत्या हो जाती
ReplyDeleteकौन बूंद अपने अस्तित्व को तलाश ले
जिगर को दाद देती हूँ .....
और दुआ कि अपनी मनोकामना पूरी कर सको
हार्दिक शुभकामनायें
थोड़े शब्दों में बहुत ही बड़ी बात कह दी आपने......बहुत अच्छी लगी यह नज़्म
ReplyDeleteVery nice and interesting,
ReplyDeleteबहुत सुंदर ....ज़रूर बनेगी लहर ....
ReplyDeleteशुभकामनायें ...
बहुत सुन्दर रचना
ReplyDelete"'अस्तित्व तलाशने की जद्दोजहद ""
ReplyDelete......संभव भी हैं यदि बूँद मैं एकाकार होने का सामर्थ्य और आकांक्षा दोनों ही हो तो।।।
रचना के लिए बधाई
bahut sunder rachna Rewa...bahut khoob
ReplyDeleteजिंदगी भी कुछ ऐसी ही है
ReplyDeleteबूँद बूँद से सागर है....
ReplyDeleteहर बूँद का अपना अस्तित्व और अपना स्थान है...
सुन्दर भाव..
सस्नेह
अनु
बहुत ही सुन्दर कोमल भाव लिए रचना..
ReplyDeleteअति सुन्दर....
:-)
सुन्दर पंक्तियाँ!
ReplyDeleteसच में, इस गहराई का अपना ही आनंद है- एक अस्तित्व और अभिव्यक्ति की तलाश पूरी होती है यहाँ।
हलचल के माध्यम से पहली बार आना हुआ आपके ब्लॉग पर. अच्छा लगा।
सादर
मधुरेश
aap sab ka bahut bahut shukriya ....yahan aane aur padh kar comment karne ka abhar
ReplyDeleteसुन्दर भावपूर्ण रचना
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