न मौत की ख़बर देते हैं
न ज़िन्दगी की
फिर कहते हैं
मुझे प्यार है तुमसे ,
अस्तित्वहीन कर
चले जाते हैं ज़िन्दगी से एक दिन,
सालों की दुरी के बाद
नींद से जागते हैं और
फिर कहते हैं
मुझे प्यार है तुमसे,
कहते हैं मर जाऊंगा तुम बिन ,
सुन लूँ तुम्हारी आवाज़ एक बार
फिर मौत भी आये तो गम नहीं
क्युकी मुझे प्यार है तुमसे
वाह रे प्यार
कब ज़ोर मारता है
कब थम जाता है
पता ही नहीं चलता ,
फिर भी बार बार
यही कहता है "मुझे प्यार है तुमसे"
रेवा
सुंदर प्रस्तुति ,आभार
ReplyDeletev nc
ReplyDeleteबहुत सुन्दर प्रस्तुति...!
ReplyDeleteआपको सूचित करते हुए हर्ष हो रहा है कि आपकी इस प्रविष्टि् की चर्चा आज रविवार (15-09-2013) मातृभाषा का करें सम्मान : चर्चामंच 1369 में "मयंक का कोना" पर भी है!
हिन्दी पखवाड़े की हार्दिक शुभकामनाओं के साथ।
सादर...!
डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'
bahut bahut shukriya apka
DeleteThis comment has been removed by a blog administrator.
Delete
ReplyDeleteबहुत सुंदर सृजन ! बेहतरीन प्रस्तुति !!
RECENT POST : बिखरे स्वर.
Bahut Sundar Jazbaaton Ka Tana-Bana
ReplyDeleteMaut Ek Param Saty Hai. Jo Janm Liya
Use Ek Din Jana Hi Hai. Ye Jeevan Me
Jo Kisi Ka Saath Milta Hai, Wo Maya Hai.
Dar Asal Kisi Ka Saath Nahi Hota....
Ek Chhalawe/Bhram/Moh Me Humlog
Zindagi Ko Jiye Jaa Rahe Hain..Or Kahte Hain
''Mujhe Pyaar Hai Tumse''
Saadar.
बहुत बेहतरीन..
ReplyDeletebahut sundar man ko chhuti huyee abhivykti
ReplyDeleteBahut sundar bhav bikherti rachana!
ReplyDeleteबहुत सुंदर भाव और अभिव्यक्ति !!
ReplyDeleteसुंदर सृजन .
ReplyDeleteवाह! बहुत ख़ूबसूरत प्रस्तुति...
ReplyDeleterajiv ji shukriya
ReplyDeleterewaji aap la jabab hai
ReplyDelete