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Friday, July 31, 2015

तुम्हारे बिना


तुम्हे क्या लगता है
मुझे कुछ फर्क नहीं पड़ता
आराम से रह लेती हूँ
तुम्हारे बिना ??
वहीँ घर के काम
खाना पीना और सोना ………

ये क्यों नहीं समझते की
जब तक सुबह तुम्हारे साथ
दो कौर खा न लूँ
मेरा मन भूखा रहता है ..........

शाम को जब तुम घर आते हो
तो खाली घर भर जाता है ,
तुम्हारी आवाज़ सुनकर
सन्तुष्टि सी महसुस होती है .......

बात तुम चाहे न करो
पर बगल मे तुम्हे सोया देख कर
मेरी नींद पूरी हो जाती है……

ऐसा महसुस होता है की
"तुम मेरी आदत और आदत
ज़िन्दगी बन गयी है अब "!!!!

रेवा 

22 comments:

  1. बहुत खूबसूरत एहसास ....

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  2. ऐसा महसुस होता है की
    "तुम मेरी आदत और आदत
    ज़िन्दगी बन गयी है अब "!!!!

    ---सच है कौन कब किसकी जिंदगी बन जाता है पता नहीं ।

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  3. haan sach me ....tum meri adat ban gye ho ....bahut sundar rachna rewa ji

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  4. मन कि भावनाओं को सुन्दर शब्दों से सजाया है

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  5. बहुत सुन्दर प्रेमाभिव्यक्ति

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  6. अत्यंत कोमल एवं मधुर अहसास !

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  7. ऐसा महसुस होता है की
    "तुम मेरी आदत और आदत
    ज़िन्दगी बन गयी है अब "!!!!
    सुन्दर अभिव्यक्ति

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  8. रेवा जी....बेहद सुंदर मनोभाव प्रस्तुत किये हैं आपने।

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  9. Replies
    1. mere blog par swagat hai apka madhulika ji....shukriya

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  10. आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल रविवार (02-08-2015) को "आशाएँ विश्वास जगाती" {चर्चा अंक-2055} पर भी होगी।
    --
    सूचना देने का उद्देश्य है कि यदि किसी रचनाकार की प्रविष्टि का लिंक किसी स्थान पर लगाया जाये तो उसकी सूचना देना व्यवस्थापक का नैतिक कर्तव्य होता है।
    --
    चर्चा मंच पर पूरी पोस्ट नहीं दी जाती है बल्कि आपकी पोस्ट का लिंक या लिंक के साथ पोस्ट का महत्वपूर्ण अंश दिया जाता है।
    जिससे कि पाठक उत्सुकता के साथ आपके ब्लॉग पर आपकी पूरी पोस्ट पढ़ने के लिए जाये।
    हार्दिक शुभकामनाओं के साथ।
    सादर...!
    डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'

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  11. सच्चे प्रेम का सच्चा चित्र....

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  12. ye aadat or ye ahsaas jindgi k pahiye bn jate hain jane kb ... bt achchha likha

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  13. प्रेम की आदत भी जीने नहीं देती ...
    प्रेम की गहरी अनुभूति ...

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  14. बहुत सुन्दर और भावपूर्ण अभिव्यक्ति

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  15. बहुत सुन्दर और भावपूर्ण अभिव्यक्ति

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  16. ये प्यार कब आदत बन अधूरी ज़िन्दगी को पूरा बना देता है पता
    नहीं चलता

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    1. sonali ji mere blog par swagat hai apka....shukriya

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