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Saturday, July 7, 2018

गिरगिट



बचपन में 
देखा था बड़े
गौर से गिरगिट को
रंग बदलते हुए
अचरज तो हुआ था
पर बहुत खुश भी हुई थी
ऐसा कुछ देखते हुए 

अब बड़े गौर से
देखती हूँ
मनुष्यों को रंग
बदलते हुए
कितानी जल्दी
इतने तरह के
रंग बदल लेते हैं 
माशाल्लाह 

पर खुशी बिल्कुल
नहीं होती
एक बात बताओ ज़रा
इतने गिरगिटिया कैसे
हो लेते हो !!!


रेवा

9 comments:

  1. अब गिरगिट कहाँ रंग बदलते हैं, ये काम तो उन्होंने इंसानों के हवाले कर दिया है
    बहुत सही

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    1. जी सही कहा.....शुक्रिया

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  2. This comment has been removed by the author.

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  3. सुंदर रचना रेवा जी अब गिरगिट खुद अचंभित हैं इंसानों को रंग बदलते देख बेहतरीन 👌👌

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    1. सच कहा आपने ......शुक्रिया

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