प्यार शब्द खुद मे इतना प्यारा है की इसे किसी परिभाषा की ज़रूरत नहीं ……ये एक एहसास है जो बस महसूस किया जा सकता है,पर इसके साथ ये भी सच है की प्यार की बड़ी बड़ी बातें सभी लोग कर लेते है……पर सच्चा प्यार बहुत कम लोगों के नसीब मे होता है……ये भी माना के प्यार दर्द भी देता है पर अगर ये सच्चा है तो संतुष्टि भी देता है…ऐसा प्यार हमे प्रभु के और करीब ले जाता है …ये मेरी भावनाएं और एहसास , इन्हीं को शब्द देने की कोशिश है मेरी …....
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Thursday, December 13, 2018
खेल
कब तक खेलोगे
ये सारे खेल
आख़िर कब तक ??
घर पर
बाहर भी
ऑफ़िस में
आम जनता के
साथ भी
दोस्तों के साथ
सभा में भी
अपनी बातों से
अपनी नज़रों से भी
अपनी हर हरक़त से
बोलो न कब तक
खेलोगे ये खेल ??
क्या तुम ऊब नहीं जाते
आभार
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