तेरे खयालों में जीना
तुझमे खो जाना
अच्छा लगता है मुझे ,
तेरी यादों मे रोना
तेरी बातो पे मुस्काना
अच्छा लगता है मुझे ,
तेरे खयालों से प्यार
तेरी बातो पे ऐतबार
अच्छा लगता है मुझे ,
चुप चाप बैठ
तुझे अपने पास महसूस करना
अच्छा लगता है मुझे,
बिन बरसात तेरे
प्यार मे भीग जाना
अच्छा लगता है मुझे ,
तेरे साथ जीना
पर बिन तेरे मर जाना
अच्छा लगता है मुझे l
रेवा
तुझमे खो जाना
अच्छा लगता है मुझे ,
तेरी यादों मे रोना
तेरी बातो पे मुस्काना
अच्छा लगता है मुझे ,
तेरे खयालों से प्यार
तेरी बातो पे ऐतबार
अच्छा लगता है मुझे ,
चुप चाप बैठ
तुझे अपने पास महसूस करना
अच्छा लगता है मुझे,
बिन बरसात तेरे
प्यार मे भीग जाना
अच्छा लगता है मुझे ,
तेरे साथ जीना
पर बिन तेरे मर जाना
अच्छा लगता है मुझे l
रेवा
pradeepkumar
ReplyDeletegazab...didi.....bahut.hi hseen jajbaat..
बिन बरसात तेरे
प्यार मे भीग जाना
अच्छा लगता है मुझे
तेरे साथ जीना
पर बिन तेरे मर जाना
अच्छा लगता है मुझे
रेवा di.....great
kishor kumar
ReplyDeleteबिन बरसात तेरे
प्यार मे भीग जाना
अच्छा लगता है मुझे
तेरे साथ जीना
पर बिन तेरे मर जाना
अच्छा लगता है मुझे
रेवा
bahut shubh bhavanaa ko likha hain aapne
dil kii baat ........sundar reva ......!
anil
ReplyDeleteek bahut hee madhur see kavita dhadakano ko chootee huyee
Rakesh Jajvalya
ReplyDeleteचुप चाप बैठ
तुझे अपने पास महसूस करना
अच्छा लगता है मुझे
sachmuch achchha laga.
ALok Khare (GV)
ReplyDeleteचुप चाप बैठ
तुझे अपने पास महसूस करना
अच्छा लगता है मुझे
ek shaandar ehsaas he ye
"achha lagta he"
vasundhara
ReplyDeleteचुप चाप बैठ
तुझे अपने पास महसूस करना
अच्छा लगता है मुझे ................beautiful poem...beautiful feelings
AANCHAL-AMRITA
ReplyDeletemehkte -jajvat, hirday ki bat
चुप चाप बैठ
तुझे अपने पास महसूस करना
अच्छा लगता है मुझे
shailesh
ReplyDeleteबिन बरसात तेरे
प्यार मे भीग जाना
अच्छा लगता है मुझे
acche shabd hain .. komal ehsaas ..
bahut acchha
Kedar
ReplyDeleteAchhi racha, badhai
vineet***
ReplyDeletesahaj aur sundar kavita......
ise padhna
achchha lagta hai mujhe bhi
liFe dEpEnds 0n
ReplyDeletedil ko chhuti huyee khubsurat rachna
..............
...........
अच्छा लगता है मुझे ...........kya baat he
!!**KK**!!
ReplyDeletepyare alfaaz hain....
बहुत पसन्द आया
ReplyDeleteहमें भी पढवाने के लिये हार्दिक धन्यवाद
बहुत देर से पहुँच पाया ....माफी चाहता हूँ..
बिन बरसात तेरे
ReplyDeleteप्यार मे भीग जाना
अच्छा लगता है मुझे ..are waha kya bat kahi apne. sachi me bahut hi uchi baat bhai kya kahne apke.ekdam dil ko chu jati ha apki rachna...:)